फायर अलार्म सिस्टम क्या होता है? | Fire Alarm System Kya Hota hai? 2023

आज के टाइम में टेक्नॉलजी में काफी तेजी से ग्रो हो रही है शायद ही किसी और फिल्ड में इतनी तेजी से ग्रोथ हमें देखने को आपको मिली हो आज से कुछ सालो पहले कुछ और टेक्नोलॉजी थी और आज के टाइम में कुछ और टेक्नोलॉजी है आप अधिकांश बैंक या फिर किसी हॉस्पिटल में जाते है वहाँ पर आपको फायर अलार्म सिस्टम लगे हुए दिख जाते है लेकिन ज्यादातर लोगो को Fire Alarm System Kya Hota Hai? 2023 ये नहीं पता होता है।

आज के इस आर्टिकल में आप सभी जानने वाले है कि फायर अलार्म सिस्टम क्या होता है?, फायर अलार्म सिस्टम कैसे काम करता है?, फायर अलार्म सिस्टम कितने प्रकार के होते है?, फायर अलार्म सिस्टम का उपयोग कहा किया जाता है? फायर अलार्म के बारे में पूरी जानकारी दी गयी है इस आर्टिकल में तो इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़े।

फायर अलार्म सिस्टम क्या होता है? (Fire Alarm System Kya Hota hai? 2023)

जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कि यह सिस्टम आग और धुआं को डिटेक करता है इसका आविष्कार सन 1890 में फ्रांसिस रॉबिंस अप्टन द्वारा किया गया इस फायर अलार्म में ऑटोमैटिक पावर की सुविधा थी फायर अलार्म सिस्टम एक सिक्योरिटी सिस्टम होता है जो किसी भी बिल्डिंग या स्ट्रक्चर में आग या धुंए के सिंग्नल को ट्रिगर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह व्यक्तियों और संपत्ति को आग व धुंए से होने से होने वाले हानि या ख़तरे से बचाने का काम करता है।

Fire Alarm System Kya Hota hai

फायर अलार्म सिस्टम में एक नहीं कोई प्रकार की डिवाइस का उपयोग किया जाता है जो निम्न प्रकार से है:

  1. अलार्म सेंड: यह आग के लिए सिंग्नल देने के लिए विभिन्न तरीकों में आवाज़ और ध्वनि का प्रयोग करता है। यह ज़्यादातर घरों और दफ्तरों में आवाज़ी अलार्म के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
  2. सेंसर या डेटेक्टर: फायर अलार्म सिस्टम सेंसर या डिटेक्टर को एक अहम रूल होता है ये सेंसर या फिर डिटेक्टर जैसे ही आग या धुंए के संपर्क में आते है वैसे ही ये अलर्ट देते है इसमें विभिन्न प्रकार के रडार, सेंसर या डेटेक्टर इस्तेमाल किए जाते हैं। इनमें स्मोक डेटेक्टर, हीट डेटेक्टर, और इन्फ्रारेड डेटेक्टर का इस्तेमाल किया जाता हैं।
  3. कंट्रोल पैनल: फायर अलार्म सिस्टम को कंट्रोल emergency स्थिति में सूचना प्रदान करने के लिए एक कंट्रोल पैनल होता है। यह सिस्टम के सारे भागों को operated करता है और यहां से सिस्टम को टेस्ट और सेट किया जा सकता है और साथ ही इस कंट्रोल पैनल को अलार्म मोड में भी किया जा सकता है और डिसअलार्म मोड में भी किया जा सकता है।
  4. बैटरी बैकअप: बिजली कटने पर भी ये सिस्टम को काम करने के लिए एक बैकअप बैटरी होती है, जिससे सुनिश्चित किया जाता है कि सिस्टम वर्किंग कंडीशन में है।
  5. ऑटोमेटिक फायर स्प्रिंकलर: कुछ फायर अलार्म सिस्टम्स के साथ ऑटोमेटिक फायर सप्रिंकलर भी जुड़े होते हैं, जो आग को नियंत्रित करने और इसे बुझाने के लिए पूरी तरह से सक्रिय होते हैं। (Fire Alarm System Kya Hota hai)

फायर अलार्म सिस्टम कैसे काम करता है? (Fire alarm system kaise kaam karta hai?)

फायर अलार्म सिस्टम एक सिक्योरिटी डिवाइस होता है जो आग के लगने पर या फिर धुए की पहचान करने के लिए उपयोग किया जाता है और स्वचालित रूप से चेतावनी देने का काम करता है। यह आग लगने की विशेष चुस्की, धुआं, या तापमान में वृद्धि जैसे आग शुरू होने के सिंग्नल को ट्रिगर करता है। यह आग लगने की समय पर चेतावनी देने से जीवन और संपत्ति को बचाने में मदद करता है।

फायर अलार्म सिस्टम कुछ इस प्रकार से काम करता है जिसके बारे में नीचे पूरी जानकारी दी गयी है:

धुआं और गैस डिटेक्शन (Smoke and Gas Detection)

फायर अलार्म सिस्टम में सेंसर और डिटेक्टर लगे होते हैं जो धुआं या अन्य विशेष गैसों (जैसे कि कार्बन मोनोक्साइड) को डिटेक्ट करते हैं। यदि किसी इलाके में धुआं या गैस के स्तर में वृद्धि होती है, तो यह सेंसर इसे पहचानते हैं।

अलार्म को ट्रिगर करते है जिससे इसकी जानकारी सबसे पहले कंट्रोल पैनल को जाती है और उसके बाद इसकी जानकारी एडमिन को जाती है और साथ ही कंट्रोल पैनल में लगा हूटर भी काफी तेजी से बजने लगता है। (Fire Alarm System Kya Hota hai)

टेम्परेचर डिटेक्शन (temperature detection)

फायर अलार्म सिस्टम में तापमान (temperature) सेंसर लगे होते हैं, जो तापमान को मापते हैं। यदि तापमान एक निश्चित सीमा से ऊपर जाता है, तो सिस्टम अलार्म को ट्रिगर करता है।

जियोमैग्नेटिक स्विच और वाटर फ्लो सेंसर (geomagnetic switch and water flow sensor)

फायर अलार्म सिस्टम में आग के जियोमैग्नेटिक स्विच होते हैं जो जब तक जुड़े रहते हैं, अलार्म को ऑन रखते हैं। जब आग लगती है और ये टूट जाते है टूट जाने से स्विच खुल जाते हैं, तो अलार्म चालू होता है। इसके अलावा, जल फ्लो सेंसर भी रखा जा सकता है, जो जल उछालने की स्थिति को मापता है और यदि कोई अनियमितता होती है तो अलार्म ट्रिगर करता है। (Fire Alarm System Kya Hota hai)

साइरेन और अलर्ट (Sirens and Alerts)

जब फायर अलार्म सिस्टम किसी आग की पहचान करता है, तो वह आपको चेतावनी देने के लिए एक उच्च ध्वनि वाले साइरेन को ट्रिगर करता है। इससे निकलने वाली ध्वनि लोगों को आग की जानकारी देते है और उन्हें अधिक सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए प्रोत्साहित करते है।

संबंधित अलार्म सिस्टम और सेंसर के साथ संपर्क (Liaison with related alarm systems and sensors)

फायर अलार्म सिस्टम कई बड़े इमारतों या संरक्षित क्षेत्रों में में लगाए जाते है जब अलार्म चालू होता है, तो यह संबंधित स्थान को सूचित करता है, जो आवश्यक कदम उठाने और अगर जरूरत हो तो अग्निशामक बल को बुला सकते हैं। (Fire Alarm System Kya Hota hai)

फायर अलार्म सिस्टम कितने प्रकार के होते है?

फायर अलार्म सिस्टम एक नहीं कई प्रकार के होते हैं, जो विभिन्न प्रकार के उपयोग के लिए विकसित किए गए हैं। इनमें से कुछ मुख्य प्रकार निम्नलिखित हैं:

  • साउंड बेस्ड फायर अलार्म सिस्टम: ये फायर अलार्म सिस्टम सबसे Simpleहोता है, जो साउंड सिंग्नल का उपयोग करके अलर्ट जनरेट करता है। यह आम तौर पर बिल्डिंग के अंदर विभिन्न स्थानों पर अलार्म बेल या साइरेन के साथ लगाया जाता है।
  • साउंड और लाइट बेस्ड फायर अलार्म सिस्टम: इस प्रकार के फायर सिस्टम साउंड और लाइट फायर सिस्टम होते है और साथ ही साउंड के साथ साथ फ्लैशिंग लाइट भी शामिल होती है, जो साउंड और लाइट को डिटेक्ट करते है।
  • तापमान आधारित फायर अलार्म सिस्टम: इस प्रकार के सिस्टम में, तापमान सेंसर्स का उपयोग किया जाता है, जो उच्च तापमान या आग को डिटेक्ट करते है और अलर्ट जनरेट करते है।
  • धुएं के प्रकाश का उपयोग करने वाले फायर अलार्म सिस्टम: यह विशेष तरीके से धुएं के प्रकाश को पकड़कर आग के खतरे को पहचानता है और अलार्म को Active करता है।
  • इंटेलिजेंट फायर अलार्म सिस्टम: इस प्रकार के सिस्टम में सेंसर, कैमरे और कई प्रकार की डिवाइसों का उपयोग किया जाता है जो कि इसे इंटेलिजेंस फायर अलार्म सिस्टम बनाता है इसमें फायर सेंसर के साथ-साथ वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए CCTV कैमरा का भी ऑप्शन देखने को मिलता है। (Fire Alarm System Kya Hota hai)

और पढ़ें…….

स्मोक सेंसर का महत्व क्या है?

कंट्रोल पैनल क्या होता है?

फायर अलार्म सिस्टम का उपयोग कहा किया जाता है?

जैसा की अभी तक आप सभी को पता चल ही गया होगा फायर अलार्म सिस्टम एक सिक्योरिटी सिस्टम होता है जो आग या धुआं को ऑटोमेटिक डिटेक्ट करता है और इसकी जानकारी आपको देता है यह सिक्योरिटी सिस्टम जीवन और संपत्ति को आग से होने वाले जोखिम खतरों से बचाने में मदद करता है।

फायर अलार्म सिस्टम का उपयोग निम्नलिखित स्थानों में किया जाता है:

  • आवासीय क्षेत्र: यह घरों, फ्लैटों, अपार्टमेंट्स, विले और अन्य आवासीय संपत्तियों में लगाया जाता है ताकि लोग आग के खतरे के खतरे से बचाया जा सके.
  • व्यापारिक क्षेत्र: बड़े ऑफिस, व्यापारिक कॉम्प्लेक्स, बैंक, दुकानें, होटल और रेस्टोरेंट्स में फायर अलार्म सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है ताकि कर्मचारियों और ग्राहकों को आग के खतरे के बारे में सूचित किया जा सके और उन्हें सुरक्षित रखा जा सके।
  • शिक्षा संस्थान: विद्यालय, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अन्य शिक्षा संस्थानों में फायर अलार्म सिस्टम लगाया जाता है ताकि छात्रों और अन्य कर्मचारियों को आग के जोखिम बचाया जा सके।
  • अस्पताल: चिकित्सा संस्थानों में फायर अलार्म सिस्टम का उपयोग किया जाता है ताकि रोगियों, स्टाफ, और अन्य लोगों को आग या धुआं के जोखिम बचाया जा सके।
  • सार्वजनिक स्थान: स्टेडियम, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा, बस अड्डाऔर म्यूज़ियम में भी फायर अलार्म सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है ताकि लोगों को जल्दी से आग से सतर्क किया जा सके। (Fire Alarm System Kya Hota hai)
अंतिम शब्द

दोस्तों मुझे उम्मीद है की आप को इस आर्टिकल आप के सवालो का जवाब मिल गया होगा और आप ने फायर अलार्म सिस्टम क्या होता है? (Fire Alarm System Kya Hota hai)  के बारे में सही तरीके से जान लिया होगा अगर आपका कोई सुझाव है तो नीचे कमेंट करके हमें जरूर बताएं।

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